नवापारा राजिम :- स्थानीय राधाकृष्ण मंदिर के शताब्दी महोत्सव के अवसर पर आयोजित श्री विष्णु महायज्ञ का भव्य शुभारम्भ सोमवार को यज्ञ शाला के ऊपर धर्म ध्वजा के साथ हो गई. इसके लिए स्थानीय त्रिवेणी संगम से लाल व पीले वस्त्र धारण की 72 सुहागिन महिलाओं ने कलश में जल लाकर किया. उक्त कार्यक्रम में महिलाओ की विशेष आस्था देखने को मिली.

21 ब्राह्मण वृंद के मन्त्रोंचार से गूंजायमान हो उठा त्रिवेणी संगम तट
त्रिवेणी के तट पर ब्राम्हण वृन्द जो लगभग 21 की संख्या में थे, सभी शुभ महूर्त चौघड़िया देखकर मां गंगा का पूजन कर उनसे अनुमति लेने के लिए जल की मांग एक स्वर में मंत्रोच्चार करने लगे,उस पल को हर उपस्थित अपने मोबाइल कैमरे में कैद करने लगा. एक तरफ राजीव लोचन,एक तरफ कुलेश्वर महादेव मंदिर का दर्शन हो रहा था तब ऐसे लगने लगा कि देवता भी इस दृश्य को आकाश से देख रहे हो. उसके बाद विधि विधान से जल भरकर वापस यज्ञ स्थल की ओर सभी बढ़ने लगे,बजे गाजे के साथ चल रही माता बहने जोर जोर से जयकारे लगा रही थी,हर जाति वर्ग के भक्तगण वहां पर थे,ओर हर कोई चाह रहा था कि मुझे कोई सेवा मिल जांवे,ओर जैसे ही कुछ आवश्यकता होने पर उसे लाने किसी को कहने की देर थी वह दौड़ पड़ता था.

यज्ञ के सफलता के लिए यजमान कर रहे कड़े नियमो का पालन
यज्ञ स्थल पर पहुंचने के बाद यज्ञ स्थल की परिक्रमा हुई और तत्पश्चात यज्ञ यजमान नयन निधि अग्रवाल,प्रतीक पूजा अग्रवाल को यज्ञ स्थल की पूजा करवाई गई,पूरे विधि विधान के साथ उनका यज्ञशाला में प्रवेश करवाया गया.

आज मंगल कलश को लाते हुवे,यज्ञ शाला के विशाल प्रांगण की दिव्यता भव्यता,देखते ही बन रही है,
आज के इस आयोजन के साक्षी बन हर भक्त अपने भाग्य की सराहना कर रहा हो. इस विशाल विष्णु महायज्ञ के दर्शन मात्र से जन्म जन्म के पाप कट जाते है,घर परिवार में खुशहाली आ जाती है. आज से हजारों आहुतियां शुद्ध घी के साथ डाली जावेगी तो चारो ओर वायु मंडल में एक अद्भुत आत्मिक शांति,दिल को सुकून पहुचाने वाली खुशबू वातावरण में जब फैलेगी तो इसकी सुगंध दूर दूर तक पहुंचेगी.

संकल्पित यज्ञ होने से दर्शन एवम परिक्रमा का सौभाग्य सभी को प्राप्त होगा,आज सेठ रेखराज चतुर्भुज अग्रवाल एवम सभी पूर्वज आज स्वर्ग से अपने इन वंशज को लाखों आशीर्वाद दे रहे होंगे,उनकी आत्मा बहुत प्रशन्न होगी.
ओर वास्तव में मंदिर ट्रस्ट के सर्वराकार मोहनलाल ट्रस्टी गोपाल गिरधारी अग्रवाल ने अपने नाम के अनुरूप अपने वंशजो के नाम के साथ साथ पूरे नगर ही नही अंचल में सबका सिर ऊंचा किया है,इस ऐतिहासिक आयोजन के कारण इतिहास के पन्नो में इन्होंने अपना नाम स्वर्णाक्षरों में लिखा लिया है,जिसे युगों युगों तक याद रखा जावेगा.

30 नवंबर तक चलेगा आयोजन, वृन्दावन धाम सा लग रहा मंदिर प्रांगण
यह विशाल विष्णु महायज्ञ प्रतिदिन 30 नवम्बर तक सुबह 7,30 से दोपहर 1,30 तक चलता रहेगा,
इसके अलावा 28 नवम्बर से यज्ञ के साथ बड़े बड़े धार्मिक आयोजन होंगे जिसकी प्रस्तुति देने उज्जैन,वृंदावन, दिल्ली से टीम आ रही है,
मंदिर को चारों और झंडे,बेनर,फ्लेक्स,झालर लाइट,तोरण,केले के तोरण द्वार से सजाएं गए है,इसके साथ ही नगर को भी झंडे,बेनर,झालर लाइट से से सजाया गया है,यैसा लग रहा है कि यह वृंदावन धाम हो.