विद्युत विभाग क़े एक्जीक्यूटिव इंजिनियर शिव गुप्ता सहित पीडब्ल्यूडी के इंजिनियर ऋषि सेन रहे कार्यक्रम क़े अतिथि

नवापारा राजिम – अंचल के प्रतिष्ठित पीएमश्री हरिहर शासकीय उत्कृष्ठ विद्यालय में दो दिवसीय लईका मड़ई के व्दितीय दिवस के कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एक्जीक्यूटिव इंजिनियर शिव गुप्ता, विशिष्ट अतिथि पीडब्ल्यूडी के इंजिनियर ऋषि सेन सहित संस्था प्राचार्य फाखरा खानम दानी, सेवानिवृत्त व्याख्याता एलएन बांसवार, एसआर सोन, शाला प्रबंधन समिति के प्रदीप मिश्रा, डॅा. रमेश सोनसायटी, एलआर साहू, महेशराम नेताम, अशोक साहू, श्रीमती माया सोनी मंचस्थ थे। सभी अतिथियों को शाल, श्रीफल से सम्मानित किया गया वहीं मुख्य अतिथि शिव गुप्ता एवं विशिष्ट अतिथि ऋषि सेन को स्मृति चिन्ह से भी सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्रीगुप्ता ने कहा कि आज मुझे उन दिनों की याद आ रही है जब मैं इसी स्कूल में अध्ययन करता था। वर्ष 1996 में मैने इस संस्था से हायर सेकेण्डरी की परीक्षा उत्तीर्ण की थी। मेरा सौभाग्य है कि आज मैं यहंा आपके सामने मंच पर उपस्थित हूं। कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस तरह के आयोजन से बच्चों का उत्साहवर्धन होता है। बच्चों को पढ़ाई के साथ ही विभिन्न गतिविधियों में भी भाग लेकर विद्यालय सहित नगर का नाम रौशन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि आप सभी माता सरस्वती को अपना आदर्श बनाएं, जिससे लक्ष्मी माता अपने आप आ जाएंगी और इसी रास्ते से ही आगे बढ़ा जा सकता है। शिक्षक भगवान होता है उनके निर्देशों का हर विद्यार्थी को पालन करना चाहिए.

वहीं विशिष्ट अतिथि श्रीसेन ने कहा कि विद्यालय में सभी छात्रों को समान अवसर मिलता है, जरूरत है अवसर का लाभ लेने की। आप सभी को इस अवसर का लाभ लेना चाहिए। आप लोगों को पढ़ाई के साथ विभिन्न गतिविधियों का भी लाभ लेना चाहिए।
प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए संस्था प्राचार्य श्रीमती दानी ने नगर के दानदाताओं का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसे दानदाताओं के बदौलत ही विद्यालय की व्यवस्था में सुधार हो रहा है साथ ही उन्होंने कहा कि शिक्षकों एवं बच्चों की मेहनत के कारण आज विद्यालय के बच्चे ब्लाक, जिले ही नहीं अपितु राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में भी उत्कृष्ठ प्रदर्शन कर विद्यालय सहित नगर का नाम रोशन कर रहे हैं।
कार्यक्रम में विद्यालय के होनहार छात्र-छात्राओं को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। वहीं अनेकों आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया। कार्यक्रम का संचालन चन्द्रकांत धनगर ने किया।
