नाम की सियासी राजनीती पर पूर्व पालिका अध्यक्ष विजय गोयल ने पालिका अध्यक्ष धनराज मध्यानी पर लगाया आरोप

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नवापारा राजिम :-स्थानीय पूर्व पालिका अध्यक्ष विजय गोयल ने उनके कार्यकाल में हुए विकास कार्यों क़े नामपट्टीका को हटाकर उन्ही जगहों पर अध्यक्ष निधि की राशि खर्च कर छोटे मोटे काम कराकर नाम बदलने की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए हाल ही में पदमुक्त हुए पालिका अध्यक्ष धनराज मध्यानी को आड़े हाथ लेते हुए घेरा और उनके ऊपर नाम की राजनीती करने का आरोप लगाया. उन्होंने गुलाब पार्क, नगरपालिका भवन, शहीद हेमू कलाणी चौक में जीर्णोद्धार कराने क़े नाम पर पुराने कार्यकाल क़े अध्यक्ष का नाम पट्टी हटा कर अपना नाम लिखवा दिया. जो की उसकी संकीर्ण मानसिकता एवं व्यक्तिगत दुर्भावना को दर्शाता है. उन्होंने कहाकि नगर में अनेको ऐसे कार्य थे जिन्हे ना करकर जो उनके समय में एतेहासिक काम थे, उन्हें ही छेड़कर अध्यक्ष क्या साबित करना चाहते हैं यह समझ से परे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि अपने इस 5 वर्ष में अनेको बड़े बड़े कार्य कराने कि उपलब्धि गिनाने वाले काँग्रेस अध्यक्ष एक भी बड़ा काम बताये जो उन्होंने अपने कार्यकाल में अच्छा किया हो. क्यों वे सियान सदन, ई -लाइब्रेरी और केंटीन भवन, उन्मुक्त खेल मैदान का उद्घाटन और प्रारम्भ नहीं करा पाए. इन सारे कार्यों की हमने संपूर्ण राशि उपलब्ध करा दी थी,बुजुर्ग जनों को.,युवाओं को, छात्रों को, खिलाड़ियों को जवाब दे उक्त राशि का उन्होंने कहाँ दुरुपयोग किया, नगर के लोगों को जवाब देना तो पड़ेगा, उन्होने उनके कार्यकाल को भ्रष्टाचार का काल बताते शीतला तालाब, गौठान, राजीव गाँधी चौक में हुए भ्रष्टाचार के सबसे बड़े उदाहरण हैं, इनकी सही तरीके से जांच हो जाए तो आर्थिक अनियमितता में जेल हो जाएगी. उन्होंने कहाकि जब उन्हें पता था कि सड़क चौड़ीकरण होना हैं, बावजूद इसके वहां पर काम कराया गया.

आरोपों पर क्या कहते हैं पालिका अध्यक्ष धनराज मध्यानी

इस मामले पर हाल ही में पदमुक्त हुए पालिका अध्यक्ष धनराज मध्यानी ने कहा कि जिस गेट को लेकर सियासी राजनीति की आरोप उन गलत हैं. गार्डन का वह गेट पूरी तरह से डैमेज हो गया था, गार्डन के गरिमा के अनुकूल नहीं था. लिहाजा अपने कार्यकाल के समापन के दो माह पूर्व ही गार्डन क़े गेट, चौक और दीवाल के रंग रोगन और सुंदरीकरण के लिए 5 लाख की राशि मैंने अध्यक्ष निधि से अनुशंसा किया था. मैंने नाम हटाने या हटवाने क़े लिए किसी को नहीं कहा हैं.

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