नवापारा राजिम – श्रीपंचदसनाम जूना अखाड़ा के नागा संत जनकपुरी विगत 15 दिनों पूर्व ब्रम्हलीन हो गये थे. ब्रम्हलीन संत के आज सोलसी पर गंजम उड़ीसा से आये उनके गुरू महंत विश्वनाथपुरी के सानिध्य में श्रध्दासुमन अर्पित करने का कार्यक्रम सोमवारी बाजार पुल के अंतिम छोर पर बने उनके आश्रम में रखा गया है. श्रीमहंत ने बताया कि संतांे का कार्यक्रम 16 वे दिन में होता है, उसे सोलसी कहते हैं. इस सोलसी कार्यक्रम में 16 संन्यासियों को भोजन कराकर 16 प्रकार के सामान दान किए जाते हैं. श्रध्दासुमन अर्पित करने के लिए महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, उड़ीसा के अलावा अन्य राज्यों से सैकड़ों संत पहुंच चुके हैं. कार्यक्रम पश्चात कल्पवास भवन के सामने (संत निवास) भण्डारा का आयोजन नगर के भक्त एवं सामाजिकजनों व्दारा रखा गया है.
