
निरंकारी बाल समागम का आयोजन संपन्न, बच्चों ने सीख से जुड़े आयोजन की दीं प्रस्तुति
बच्चे गिल्ली मिट्टी के समान होते हैं, हम उन्हें जिस भी आकर के सांचे में ढाले वो ढल जाते हैं…. बहन सिमरन रहेजा जी

नवापारा राजिम :- स्थानीय गंज रोड स्थित सिंधी गुरुद्वारा में रविवार को सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक निरंकारी बाल समागम का आयोजन किया गया. उक्त आयोजन निरंकारी मिशन के सद्गुरु माता सुदीक्षा सविंदर हरदेव सिंह महाराज के आशीर्वाद से नवापारा ब्रांच में संपन्न हुआ.बाल समागम में नवापारा सहित महासमुंद, भूमका व धमतरी से बच्चे बाल समागम में शामिल होने पहुंचे थे. सभी ने उपस्थित जनों को जीवन जीने की सीख अपने नाटक व उद्बोधन से दिये.इस दौरान बच्चों ने विनम्रता, समर्पण, शुकराना, विशालता, सहनशीलता, सदभावना व मर्यादा का सीख देते हुए विभिन्न कार्यक्रम प्रस्तुत किये. वही एक नाटक जो जो सहनशीलता और शुकराना पर आधारित थी उसने सभी का दिल जीत लिया. जिसे उपस्थित लोगो ने खूब सराहा.

कार्यक्रम में अतिथि के रूप में रायपुर से पहुंची बहन सिमरन रहेजा ने उपस्थित जनों को सम्बोधित करते हुए पहले तों नवापारा ब्रांच के तत्वाधान में संपन्न हुए इस बाल समागम की जमकर तारीफ की और इसके लिए नवापारा ब्रांच के मुखी गाँधी सचदेव सहित अन्य मुखी व संयोजक जनों का आभार जताया. उन्होंने कहाकि बाल संगत बच्चों के लिए बहुत जरुरी हैं. इससे उन्हें एक प्लेटफार्म में मिलता हैं जहाँ वे सबके समक्ष अपनी अंदर छुपी प्रतिभा को निखार सकता हैं. उन्होंने कहाकि बच्चे एक गिल्ली मिट्टी के समान होते हैं. हम उन्हें जिस भी आकर के सांचे में ढाले वो ढल जाते हैं. यह आप पर भी होता हैं कि आप अपने बच्चे का संगत कैसे रखना चाहते हैं. उन्होंने निरंकारी मिशन की बाल समागम का उदेश्य जाहिर करते हुए कहाकि हम चाहते हैं कि बच्चे जो भी बनना चाहे मुबारक हैं, पर वह पहले एक अच्छा इंसान बनना चाहिए. उन्हें सतगुरु के बताये मार्ग पर चलने, गुरु की बातो को मानने, गुरु की सेवा पर अपने प्रवचन दिये. गुरु का साथ हैं. तों समस्या का समधान अपने आप हो जाता हैं. किसी भी काम को करने में लगन होना चाहिए. उन्होंने बच्चों की मेहनत को खूब सराहा.

नवापारा निरंकारी मिशन प्रमुख गाँधी सचदेव ने भी अपने विचार सभी के समक्ष रखा और बाल समागम के लिए लगातार मेहनत किये सभी बच्चों का आभार जताया.उन्होंने कहाकि इन बच्चों ने आज इस बाल समागम से जीवन जीने का मार्ग बताया जिससे हम सब जरुर कुछ ना कुछ सीखेंगे.सहनशीलता व शुकराना के गुण से समाहित इस आयोजन से जीवन में जरुर सकरात्मक बदलाव जरुर आएगा. उक्त आयोजन को सफल बनाने में समस्त निरंकारीजन लगे हुए थे.